something for mind something for soul.
अच्छा लगता है कभी...यूँ अकेले हो जाना !!:-)
और आप में बसा वो प्रभु जो रचना का सृजन करवाता है आपसे ऐसे ही पलों में ....!!सुंदर एहसास ....
सुंदर प्रस्तुति...!RECENT POST -: आप इतना यहाँ पर न इतराइये.
अति-सुंदर प्रस्तुति...
सुंदर एहसास ....सुंदर प्रस्तुति...
क्या बात कही है दीदी!! बहुत मुख़्तसर सी मानीख़ेज़ नज़्म!!
कितना अच्छा लगता कभी खुद से खुद का हो जाना
ओर हर परछाईं में अतीत छिपा है
सुंदर शब्द चित्र
अच्छा लगता है कभी...
ReplyDeleteयूँ अकेले हो जाना !!
:-)
और आप में बसा वो प्रभु जो रचना का सृजन करवाता है आपसे ऐसे ही पलों में ....!!
ReplyDeleteसुंदर एहसास ....
सुंदर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteRECENT POST -: आप इतना यहाँ पर न इतराइये.
अति-सुंदर प्रस्तुति...
ReplyDeleteसुंदर एहसास ....सुंदर प्रस्तुति...
ReplyDeleteक्या बात कही है दीदी!! बहुत मुख़्तसर सी मानीख़ेज़ नज़्म!!
ReplyDeleteकितना अच्छा लगता कभी खुद से खुद का हो जाना
ReplyDeleteओर हर परछाईं में अतीत छिपा है
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