Saturday, July 1, 2017

..और तुम्हारी याद आयी है

आज बगीचे के उस कोने में
कुछ पीले
फूल खिले हैं ..और
तुम्हारी याद आयी है ..
आज आसमानों को छूता
चिड़ियों का
एक झुण्ड उड़ा है..और
तुम्हारी याद आयी है ..
आज हवा के साथ
बड़ी मीठी सी
कोई गंध उड़ी है ..और
तुम्हारी याद आयी है ..

7 comments:

  1. सुनहरी यादों की दुनियाँ बेहद खूबसूरत होती है
    अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ब्लॉग दिवस पर आपका योगदान सराहनीय है :)

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  2. अन्तर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स डे की शुभकामनायें .... #हिन्दी_ब्लॉगिंग

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  3. आज तो सबको अपने ब्लॉग की याद आई है... :)

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  4. प्रकृति के कोमल अवयव और प्रिय-स्मरण : एक-से! आभार।

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  5. कोमल और सुंदर कविता
    शुभकामनाएं

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  6. प्रणाम आदरणीया

    सुंदर मनोभावों से आप्लावित कविता
    अच्छा लगा पढ़ कर

    साधुवाद

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  7. आज इक अरसे बाद
    सभी ने ब्लॉग की गलियों में देखा है
    आज पुराने चेहरों को फिर
    हैलो कहा है
    इतने दिन से भूले बिसरे
    ब्लॉग की हमको याद आई है!

    बहुत सुन्दर मृदुला दी!!

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