Saturday, March 6, 2021

आसमान की भुजाओं में

थमा दें

पराग की झोली 

और .. दूर-दूर तक 

उड़ायें

मौसम का गुलाल..

कि ..

ऋतु वसंत है ..

3 comments:

  1. वाह,बसंत पराग और गुलाल. साथ ही लाता है . छोटी सी प्यारी सी रचना

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    1. आपको अच्छी लगी तो लिखना सफल हुआ ..

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  2. आपने बहुत ही शानदार पोस्ट लिखी है. इस पोस्ट के लिए Ankit Badigar की तरफ से धन्यवाद.

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