हम तुमसे
आकर मिल लेंगे
जब सरसों के
फूल खिलेंगे.....
जब कोयल का
पंचम स्वर
जा आसमान में
गूँजेगा,
जब वसंत का
मादक मन
फूलों की क्यारी में
झूमेगा,
जब कलियों के
दामन में
भँवरे जाकर
रसपान करेंगे,
हम तुमसे
आकर मिल लेंगे
जब सरसों के
फूल खिलेंगे......
जब पेड़ों की
कोटर में
तोता-मैना का
रूप सजेगा,
जब डाली-डाली पर
पत्तों से
रूककर,मधुमास
मिलेगा,
जब वसंत के
आँगन में
किरणों के जाल
प्रखर होंगे
हम तुमसे आकर
मिल लेंगे
जब सरसों के
फूल खिलेंगे......
जब तेज़ हवाओं का
जादू
सौरभ में जा
छुप जायेगा,
जब मौसम के
कोलाहल में
मधु-गंध नया
आ जायेगा,
जब धरती पर
शबनम के मोती
कोमल पराग से
खेलेंगे
हम तुमसे
आकर मिल लेंगे
जब सरसों के
फूल खिलेंगे........
सौंदर्य से परिपूर्ण ...मन को आह्लादित करती बहुत सुंदर रचना ....!!
ReplyDeleteहार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ....!!
रूमानी एहसास कराती कविता..
ReplyDeleteजब प्रकृति का सौन्दर्य छाया होगा ... तब मिलूंगी ... बहुत सुन्दर आशा से भरे ख्याल
ReplyDeleteBehtareen...adbhut varnan, adbhut ehsaas..:-)
ReplyDeleteKaash sabhee ke naseeb me itna sundar milan ho!
ReplyDeleteप्रकृति और प्रेम का
ReplyDeleteजब कोयल का
ReplyDeleteपंचम स्वर
जा आसमान में
गूँजेगा,
जब वसंत का
मादक मन
फूलों की क्यारी में
झूमेगा,
beautiful lines with love of nature.
प्रकृति का सौंदर्य और उस समय मिलने की उत्कंठा .... बहुत कोमल भाव ...
ReplyDeleteयह सिर्फ़ प्रकृति के फूल, पत्ति, पराग का संसार नहीं एक भावना और उसकी अभिव्यक्ति की आकांक्षा भी है।
ReplyDeletesunder...komal.....ras se paripurn....
ReplyDeleteकितनी आस संजोयी है आपने ..
ReplyDeleteसुन्दर कविता
प्रकृति सौंदर्य और प्रेम का अद्भुत प्रस्तुति,....
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति,..बेहतरीन पोस्ट
MY RESENT POST .....आगे कोई मोड नही ....
प्रेम का सुन्दर चित्रण ... बहुत खूब...
ReplyDeleteअनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने ...
ReplyDeleteजब धरती पर
ReplyDeleteशबनम के मोती
कोमल पराग से
खेलेंगे
हम तुमसे
आकर मिल लेंगे !
बस इतना ही काफी है....!
बहुत खूब
ReplyDeleteअरुन (arunsblog.in)
और... हम उस पल की राह तकेंगे
ReplyDeleteजब सरसों के फूल खिलेंगे
bahut khoobsurat bhav...shubhkamnayen
ReplyDeleteतब तो मौसम आ गया मिलने का .....:))
ReplyDeleteकोमल भावो से रची बहुत ही
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति.....
बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति...
ReplyDeleteकल 02/05/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.
ReplyDeleteआपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
...'' स्मृति की एक बूंद मेरे काँधे पे '' ...
bahut sundar bhav ............
ReplyDeleteबहुत ही गहरे भावो की अभिवयक्ति......
ReplyDeleteसुन्दर भाव रूमानी अहसास |
ReplyDeleteआशा
प्यारा सा वादा है मिलने का या सन्देश पिया का !
ReplyDeleteसुन्दर गीत !
बेहतरीन
ReplyDeleteसादर
बहुत प्यारी...
ReplyDeleteरूमानी एहसासों से भरी रचना...
सादर.
very appealing..
ReplyDeleteबेहद सुंदर प्रेमरस से भरपूर ।
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