नीम का एक पेड़
बाहर के, ओसारे से लगे
तो
गर्मियों के दिन में
उसकी छांव में
बैठा करेंगे.....
कड़ी होगी धूप
जो
जाड़ों में सर पर,
नीम की डाली से
हम
पर्दा करेंगे.......
पतझड़ों में सूखकर
पीले हुए पत्ते,
'ओसारे- लॉन' पर
जब
आ बिछेंगे,
सरसराहट सी उठेगी
हवा सरकाएगी जब-तब,
मर्मरी आवाज़
आएगी, जो
पत्तों पर चलेंगे.....
हर वक्त कलरव
कोटरों में, पक्छियों का
किसलयों के रंग पर
कविता करेंगे......
नीम का एक पेड़
बाहर के ओसारे से लगे
तो
हम सुबह से शाम तक
मौसम की
रखवाली करेंगे.......
सच कहा नीम के पेड़ की छांव मे बैठ कर मौसम की रखवाली करना बहुत अच्छा लगा...सुन्दर प्रस्तुति...
ReplyDeleteनीम के उस पेड़ की बात ... जो कभी हुवा करते थे ...
ReplyDeleteकुछ कहती हुयी सी रचना ..
बहुत ही सुन्दर कल्पना ....
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत ,बहुत बढ़िया प्रस्तुति!आभार .....
ReplyDeleteआप Rajpurohit Samaj ब्लॉग के समर्थक(Followers) बने ... धन्यवाद.
Rajpurohit Samaj!
पर पधारेँ।
हम सुबह से शाम तक
ReplyDeleteमौसम की
रखवाली करेंगे......
bahut sundar abhivyakti ...!!
बहुत ही सुंदर।
ReplyDeleteहम सुबह से शाम तक
ReplyDeleteमौसम की
रखवाली करेंगे.......
कल्पनाओं की बहुत सुंदर अभिव्यक्ति,बेहतरीन रचना,,,,
RESENT POST ,,,, फुहार....: प्यार हो गया है ,,,,,,
फिर से घर घर खेलेंगे ...
ReplyDeleteऔर कुछ बचपन की बाते भी मिल बैठ कर याद करेंगे ....
ReplyDeleteसाथ में निम्बौरी भी बटोरेंगे...)
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति !!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
नीम बड़ा गुणकारी वृक्ष है, और इसकी छाया सबसे शीतल।
ReplyDeleteबहुत सुंदर.......
ReplyDeleteठंडी बयार सी रचना......
अनु
खुबसूरत कल्पना...हम सुबह से शाम तक
ReplyDeleteमौसम की रखवाली करेंगे.......
वाह ...बेहतरीन ।
ReplyDeleteखूबसूरत कल्पना के पंखो से उडती हुई रचना ...वाह बेहतरीन
ReplyDeleteढक्कनों के तराजू बना कर निबोरियों के आम बेचेंगे ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर कविता ।
बहुत सुन्दर चित्रण
ReplyDeleteaameen......laga ligiye.....nature ke karib kavita
ReplyDeleteकल 06/06/2012 को आपके ब्लॉग की प्रथम पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.
ReplyDeleteआपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
'' क्या क्या छूट गया ''
जवाब नहीं आपका और मौसम की रखवाली करती कविता का.
ReplyDeleteबहुत प्यारी!!!!
नीम का पेड़ छाँव भी और प्रकृति के साथ मादकता भी, सुन्दर.
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