स्वतंत्रता स्त्री और पुरुष दोनों के लिये बेहद ज़रूरी है इसमें कोई शक नहीं ..लेकिन उनके लिये यह समझना भी उतना ही ज़रूरी है कि..स्वतंत्रता एक बहुत बड़ी जिम्मेवारी है ..अपने प्रति , परिवार के प्रति , समाज के प्रति और अंततः देश के प्रति ..स्वतंत्रता अपने आप में एक बहुत ही शक्तिशाली आचरण है ..यहाँ “ मेरी मर्ज़ी “ ही सब कुछ नहीं बल्कि इसके अलावा भी बहुत कुछ है जिसपर सबको शत-प्रतिशत खड़ा उतरना है ..खासकर युवा पीढ़ी को और इसी सोच को लेकर आगे चलना है ..
Thursday, May 26, 2022
लिव-इन रिलेशनशिप तो है ही एक ग़ैरज़िम्मेदार अवैध रिश्ता . इसका हश्र कितना बुरा हो सकता है इसका अन्दाज़ होते हुये भी अगर युवा पीढ़ी इसमें खुद को ले जाती है तो फिर इतनी हाय-तौबा क्यों ? स्वतंत्रता एक बहुत बड़ी जिम्मेवारी है .. खुद के लिये,परिवार के लिये और समाज के लिये . इसीलिये खूब सोच-विचार करने के बाद ही इसका उपयोग करना चाहिये . स्त्री हो या पुरुष उन्हें यह समझना ज़रूरी है कि स्वतंत्रता का मतलब सिर्फ़ “ मेरी मर्ज़ी “ नहीं होता बल्कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दायित्व है . आधुनिकता की होड़ में युवा पीढ़ी अन्धाधून एक भेड़चाल में शामिल होने लगी है , इसके परिणाम को अनदेखा करते हुये . समय रहते उनकी आँखें खुल जायें तो सबसे ज़्यादा भला तो उनका ही होगा , भगवान उन्हें सदबुद्धि दें..
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